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7 गीता उपदेश
श्री कृष्ण वचन
7 Geeta Updesh
जीवन की समानता को पहचाने और अपनाए अर्थात बिना दुख के सुख का मूल्य नहीं समझ सकते।जिसने केवल सुख भोगा हो उसके लिए दुख पहाड़ के समान है
हे अर्जुन, मैं भूत,वर्तमान और भविष्य के सभी प्राणियों को जानता हूं, किंतु वास्तविकता में मुझे कोई नही जानता।
भगवान सिर्फ वहां नहीं है जहां हम पूजते है, भगवान तो वहां भी है जहां सब पाप करते है।
कर्म ही धर्म है इसलिए हमें कर्म करते जाना चाहिए, फल अपने आप हमें मिलेगा, यही संसार का नियम है।
तुमने खुद को कमजोर मान रखा है, वरना जो तुम कर सकते हो वो दूसरा नहीं कर सकता।
जब तक तुम डरते रहोगे तब तक तुम्हारे जीवन का निर्णय दूसरे लोग लेते रहेंगे।